फिर आज कोई गाज़ल तेरे नाम ना हो जाए.
आज कही लिखते लिखते शाम ना हो जाए.
कर रहे है इंतज़ार तेरे इज़हार-ए-मोहब्बत का.
इसी इंतज़ार मे ज़िंदगी तमाम ना हो जाए....
Then today no ghazal will be your name.
Do not write today, write down today.
Is waiting for your Izhar-e-Mohabbat ka
Life can not be enough in this waiting ....
आज कही लिखते लिखते शाम ना हो जाए.
कर रहे है इंतज़ार तेरे इज़हार-ए-मोहब्बत का.
इसी इंतज़ार मे ज़िंदगी तमाम ना हो जाए....
Then today no ghazal will be your name.
Do not write today, write down today.
Is waiting for your Izhar-e-Mohabbat ka
Life can not be enough in this waiting ....
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